
नई दिल्ली। दिल्ली की रेखा सरकार ने इस बार रामलीलाओं व दुर्गापूजा को और अधिक भक्तिभाव और आस्था से परिपूर्ण व निर्बाध आयोजन व मंचन के लिए विशेष निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि अब रामलीला और दूर्गापूजा समितियों को सिंगल विंडो सिस्टम से सभी अनुमति व एनओसी उपलब्ध कराई जाएंगे। मुख्यमंत्री का यह भी कहना है कि प्रत्येक प्रत्येक समिति को अब आयोजन के लिए 1200 यूनिट तक मुफ्त बिजली भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा सरकार की ओर से सफाई, पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने आयोजकों से यह भी अपील की है कि वे अपने इस धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों में सामाजिक संदेश भी फैलाएं ताकि लोगों में जागरुकता आए और वे दिल्ली को लेकर एक पॉजिटिव अप्रोज रखें। मुख्यमंत्री ने आयोजकों से यह भी अपील की कि वे अपने आयोजन को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन 17 सितम्बर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े से भी जोड़ें।
इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली सचिवालय में एक विशेष बैठक आयोजित की, जिसमें पूरी दिल्ली की रामलीला व दूर्गापूजा समितियों के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में बिजली मंत्री श्री आशीष सूद, कला व संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा के अलावा कई विधायक, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, डीडीए उपाध्यक्ष, एमसीडी कमिश्नर, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की रामलीलाएं और दुर्गा पूजा न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव हैं बल्कि ये हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता के प्रतीक भी हैं। ये पर्व हमारे सामाजिक ताने-बाने, एकता और भाई-चारे का भी प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लिए हमारी सरकार की जिम्मेदारी है कि सभी आयोजन पूर्ण आस्था व भक्तिभाव, सुचारू और सुरक्षित ढंग से पूरे हों। इसलिए उन्हें हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाए, ताकि नागरिक पूरी श्रद्धा और आनंद के साथ उत्सव का हिस्सा बन सकें।
मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि यह प्रभु श्रीराम की कृपा है कि 27 वर्षों बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार दिल्ली में बनी है। यह सरकार जनता की आशाओं-अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि रामलीला व दुर्गापूजा के अयोजन के लिए जिला स्तर पर डीएम कार्यालय में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया जाए, जहां सभी आयोजकों को सभी प्रकारी की अनुमति व एनओसी उपलब्ध होंगे। इसके लिए उन्हें अलग-अलग विभागों में नहीं घूमना पड़ेगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि प्रत्येक रामलीला व दुर्गापूजा आयोजन के लिए 1200 यूनिट तक निशुल्क बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा बिजली मीटर लगाने के लिए मात्र 25 प्रतिशत सिक्युरिटी ही जमा करानी होगी। यानि पिछले साल जितनी सिक्युरिटी थी, अब उसका एक चौथाई ही जमा करने के बाद बिजली का कनेक्शन मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आयोजन स्थलों पर सफाई, फॉगिंग, पानी के टैंकर, स्वास्थ्य सुविधाएं, एंबुलेंस, शौचालय, फायर टेंडर और पुलिस व्यवस्था के भी सुचारू इंतजाम किए जाएंगे। ट्रैफिक व्यवस्था और पार्किंग की स्पष्ट व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों बड़े व विशेष आयोजन के लिए दो अलग-अलग कमेटियां बनाई जा रही हैं जो समितियों की समस्याओं का तुरंत समाधान करेंगी। इसमें एक समिति का चेयरमैन दिल्ली सरकार के मंत्री श्री रविंद्र इंद्राज सिंह को बनाया गया है। दूसरे की जल्द घोषणा की जाएगी। ये समिति आयोजकों के साथ निरंतर संवाद स्थापित करेगी, उनकी आवश्यकताओं और सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर सुनेगी और तत्काल निर्णय लेकर उन्हें राहत प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा देना भी है। मुख्यमंत्री ने आयोजकों से आग्रह किया कि वे अपने आयोजन में सांस्कृतिक उत्सव के साथ-साथ विकसित दिल्ली के विज़न को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनाएं।
मुख्यमंत्री ने उनसे यह भी आग्रह किया कि आयोजक माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन 17 सितम्बर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े से भी जोड़ें। वे अपने आयोजन में कम से कम एक दिन स्वास्थ्य शिविर लगाएं और सरकार द्वारा तैयार की गई प्रदर्शनी को अवश्य शामिल करें, ताकि जनता तक उपयोगी संदेश पहुंच सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य सामाजिक जागरूकता को समृद्ध करने के लिए भी होना चाहिए। आयोजक इस अवसर को स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी आदि के प्रचार का भी मंच बनाएं, साथ ही जल संरक्षण, ऊर्जा बचत, वृक्षारोपण जैसे विषयों के प्रति लोगों को सजग व जागरुक करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रभु श्रीराम की कृपा से दिल्ली को सांस्कृतिक ऊर्जा और नई प्रेरणा मिलती है। सरकार की प्राथमिकता है कि यह परंपरा और भी भव्य और प्रेरणादायी बने।