बस्ती : 2270 बंदियों के संबंधियों की खंगाली जाएगी कॉल डिटेल।

Vijaydoot News

-शासन ने आदेश पर निरुद्ध बंदियों के संबंधियों की पड़ताल शुरु
– बंदियों के दिए गए नंबरों का सत्यापन के बाद होगी कार्रवाई।
– जेल में लगे पीसीओ से बंदियों को परिजनों से बात करने की है सुविधा।

बस्ती। जेल में रहने के बावजूद रंगदारी मांगने, धमकाने व गुर्गों के जरिए आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की घटनाओं के सामने आने बाद शासन ने निरुद्ध बंदियों के संबंधियों की पड़ताल शुरु करा दी है। ये वह लोग है जिनसे बंदी जेल में लगे पीसीओ से बात करते हैं। शासन के निर्देश पर मंडल के बस्ती, संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिला जेल के करीब 2270 बंदियों की ओर से जिन नंबरों पर बात की जा रही है उसका सत्यापन पुलिस ने शुरु कर दिया है।

सूत्रों की मानें तो बात करने वालों में कई ऐसे है जिनकी बंदी से दूर-दूर तक रिश्तेदारी नहीं हैं। इसमें कई लोगों के फंसने के आसार हैं। कोविड काल के दौरान जब कैदियों के मुलाकात पर पाबंदी थी उस समय जेलों में पीसीओ स्थापित कर बंदियों की उनके परिजनों से बात कराने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए हर बंदी से दो मोबाइल नंबर लिए गए थे। अब शासन से निर्देश आया है कि बंदी जिन लोगों से बात करते हैं उनका सत्यापन किया जाए।

निर्देश मिलने के बाद जेल प्रशासन ने करीब 2270 बंदियों को चिन्हित कर जिन मोबाइल नंबरों उनकी पर बात होती है उसका ब्योरा पुलिस को सौंपा है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बंदी जिन नंबरों से बात करेंगे उन लोगों के बंदी से क्या संबंध हैं। सिम किसके नाम है। बार-बार बात क्यों हो रही है। बात करने वालों की गतिविधियां क्या हैं। जिले के विभिन्न थानों की पुलिस इस काम में लगी है। इनमें से तकरीबन सौ की संख्या में कुख्यात अपराधी बताए जा रहे हैं। डीआईजी जेल एके सिंह ने बताया कि शासन से आए आदेशों के क्रम में यह जांच परिक्षेत्र की जेलों हो रही है।

कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किसी और से तो बातचीत नहीं- जेल में लगे पीसीओ से बंदियों को परिजनों से बात करने की सुविधा है मगर काल के दौरान कॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल करके बंदी किसी से भी बात कर सकता है। दरअसल जेल से यदि कोई बंदी अपने परिजन को काल करता है तो संबंधित परिजन कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किसी से भी बंदी की बात करा सकता है। हालांकि जेलर रतन कुमार ने बताया कि जब बंदी बात करता है तो वहां पर जेलकर्मी मौजूद रहता है। अगर ऐसा होता पाया जाता है तो काल तत्काल कटवा दी जाएगी और उसके बातचीत पर रोक भी लगा दी जाएगी।

नंबर गेम
-मंडल की जेलों में निरूद्ध बंदियों की संख्या
जिला कारागार बस्ती 800
जिला कारागार संतकबीरनगर 747
जिला कारागार सिद्धार्थनगर 723

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