होम्योपैथिक फार्मासिस्टों का इको गार्डन में फिर शुरू हुआ आमरण अनशन।

Vijaydoot News

उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की मशां पर लग रहे आरोप।
•एकजुट होकर फार्मासिस्टों ने नियुक्ति के लिए भरी हुकांर।
•अनवरत अनशन जारी रखने की बनी रणनीति।

लखनऊ। होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति के लिए लगातार सरकार का ध्यानकार्षण करने में लगे हुए है। सोमवार को चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट विभिन्न जिलों से पलायन कर इको गार्डन में एकत्रित होकर आमरण अनशन पर बैठ गये। ज्ञात हो कि प्रदेश में निकाय चुनाव में लागू आचार संहिता के चलते फार्मासिस्टों ने धरना को स्थगित कर दिया था। इसके पहले सभी फार्मासिस्टों ने आयुष मंत्री दया शकंर मिश्र से भी मिलकर अपनी मांगों के बारे अवगत कराया था जिसमें मंत्री द्वारा आश्वासन के अलावा कोई आदेश निर्गत नहीं किया था। यह सभी होम्योपैथिक फार्मासिस्ट विधान सभा का घेराव कर अपनी पीड़ा जाहिर की थी और वहां पर भी निराशा ही हाथ लगी। नतीजा यह हो कि आज अपनी नियुक्ति के लिए दर दर भटकने को मजबूर हो गये हैं।

इन्हीं सभी मांगों को मनवाने के लिए  बेरोजगार चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का अपनी नियुक्ति के लिए विगत 16 मार्च 2019 से अनवरत आमरण अनशन जारी चल रहा है। फार्मासिस्टों में नियुक्ति लंबित होने के चलते भारी रोष व्याप्त हो गया है सभी फार्मासिस्ट काफी संख्या में होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एकत्रित हुए है।

वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जारी किए गए अंतिम चयन परिणाम में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में चयन को लेकर असफल अभ्यर्थियों द्वारा वाद दायर किए गए थे जो कि उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ एवं इलाहाबाद खंडपीठ द्वारा सभी वाद खारिज कर दिए हैं। अब फार्मासिस्ट भर्ती में किसी भी प्रकार का कोई भी वाद लंबित नहीं है।

अभ्यर्थियों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अभी भी संस्तुति को शासन भेजने की मंशा में नहीं दिखाई दे रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि हमारी मांगें जब तक पूरी नहीं की जायेगी तब तक सभी फार्मासिस्टों का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।