गणेश महोत्सव के अवसर पर श्री प्राचीन हनुमान मंदिर हनुमान घाट पर की गई मूर्ति स्थापना।
हरिद्वार (उत्तराखंड) से अरविंद गोयल की रिपोर्ट।
हरिद्वार। विश्व विख्यात सुप्रसिद्ध तीर्थ नगरी हरिद्वार में शहर के बीचों बीच स्थित श्री प्राचीन हनुमान मंदिर हनुमान घाट पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा माया पुर हरिद्वार (उत्तराखंड) में आज गणेश चतुर्थी की तिथि पर श्री गणेश जी महाराज की मूर्ति स्थापित की गई।
मूर्ति स्थापना के समय शाम साढ़े पांच बजे ब्राह्मणों के द्वारा पूरे विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ श्री प्राचीन हनुमान मंदिर हनुमान घाट पर मंदिर के प्रांगण में भगवान श्री गणेश जी महाराज की मूर्ति स्थापना की गई। गणेश महोत्सव के अवसर पर प्रत्येक वर्ष श्रद्धालु भक्तों की काफी संख्या में भीड़ होती है। लेकिन इस वर्ष कोरोना के खतरों को देखते हुए यह महोत्सव बहुत ही सुक्ष्म रुप से मनाया जा रहा है। जिससे अधिक भीड़ एकत्रित न हो सके।
इस अवसर पर मंदिर के पुजारी एवं पंचायती श्री निरंजनी अखाड़े के महंत रवि पुरी जी महाराज ने कहा कि श्री गणेश जी महाराज कष्टों विघ्नों के विनाशक भी हैं, इस लिए इन्हें विघ्न विनाशक भी कहा जाता है। इनकी कृपा से भक्तों के सभी कष्ट एवं विघ्न बाधाएं दूर हो जाती हैं। ये अपने सभी भक्तों के कष्ट दूर कर अपनी अटूट कृपा बरसाते हैं। पूजा अर्चना के पश्चात महंत रवि पुरी जी महाराज ने देश में आई इस महामारी से बचाने के लिए भगवान श्री गणेश जी से विशेष प्रार्थना भी की। जिससे देश में खुशहाली आ सके एवं सम्पूर्ण देश सुखी और खुशहाल हो जाए। इस अवसर पर अंकित पुरी,बाल मुकंद शर्मा,नितिन गुप्ता,सौरभ बंसल तथा अन्य भक्तजन शामिल रहे।