बस्ती। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अर्थात मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। कहीं मशीनों से काम कराया जा रहा है तो कहीं सरपंच-सचिव द्वारा फर्जी मस्टर रोल तैयार करने की शिकायतें मिल रही हैं।
ऐसा ही ताजा मामला जनपद के बहादुरपुर ब्लाॅक क्षेत्र में मनरेगा कार्यों में देखने को मिला। ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बहादुरपुर में सार्वजनिक स्थल पर हो रहे निर्माण कार्य में ट्राॅली से मिट्टी गिराकर जेसीबी द्वारा उसका समतलीकरण करा दिया गया। मगर, उक्त कार्य में मनरेगा में 15 दिन में करीब चार सौ मजदूरों की उपस्थिति दिखा कर हाजिरी रजिस्टर में दर्ज कर दी गई। आसपास के लोगों का आरोप है कि करीब 20 दिन पहले प्रधान ने ट्रैक्टर-ट्राॅली से मिट्टी गिरा कर जेसीबी से बराबर करा दिया था।
मनरेगा में मजदूर कार्य कर रहे हैं या नहीं इसकी निगरानी सचिव, एपीओ के अलावा बीडीओ को भी करनी होती है। जबकि कार्य पूर्ण होने पर तकनीकी सहायक के सत्यापन पर भुगतान होता है। ग्राम पंचायत में मस्टर रोल नंबर 8917, 8918, 8919, 8920, 8921 तथा 8922 के माध्यम से कार्य स्थल बहादुरपुर बाजार शिव मंदिर के बगल सार्वजनिक स्थान पर मिट्टी पटाई कार्य के लिए लगभग चार सौ मजदूर काम चुके है।
बृहस्पतिवार को उसी कार्य स्थल पर मस्टररोल 9684, 9685, 9686, 9687 तथा 9688 के माध्यम से 49 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई। जबकि मौके पर एक भी मजदूर काम करते नहीं मिले।
●ग्राम पंचायत बहादुरपुर में कार्य स्थल पर ट्राॅली से मिट्टी गिराने व जेसीबी से बराबर कर ऑनलाइन उपस्थिति की शिकायत नहीं मिली है। यदि ऐसा हो रहा है तो मनरेगा गाइडलाइन के विपरीत है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
-गणेश दत्त शुक्ल, बीडीओ बहादुरपुर