
रिपोर्ट: अभिनव अग्रवाल।
बिजनौर। प्रमोशन ऑफ अग्रिकल्चरल मैक्रेनाइजेशन और इन-सीटू योजना अंतर्गत फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्परिणामो से कृषकों को अवगत कराने हेतु जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल द्वारा प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
प्रचार वाहन जनपद के विकास खण्डों की ग्राम पंचायतों में भ्रमण कर कृषकों को फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्परिणामों के विषय मे अवगत कराएगी व वाहन में फसल अवशेष सम्बन्धी रिकार्डिंग सुनवाकर कृषकों को जागरूक किया जायेगा। विगत 03 वर्षों में फसल अवशेष जलाये जाने की घटनाएं में 2021 में जनपद में 43 मामले प्रकाश में आये , 2022 में 25 मामले व 2023 में 21 फसल अवशेष जलाने के मामले प्रकाश में आये।
उप कृषि निदेशक गिरीश चन्द्र ने बताया कि विगत 03 वर्षो में फसल अवशेष जलाए जाने की घटनाओं को देखते हुए समस्त विकासखंड के प्रभारियों से अपेक्षा की जा रही है कि वह इस प्रकार की घटनाओं की पूर्ण आवृत्ति न हो इसलिए आप कृषकों को फसल अवशेष न जलाए जाने के लिए प्रेरित करें।