
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। चुनाव आयोग ने अभी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है,लेकिन उपचुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के समीकरण नए मोड़ ले रहे हैं।हाल ही में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 6 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है।
सपा ने बनाया ये प्लान
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के अलग होने से पहले साथ मिलकर खैर और मीरापुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही थी,लेकिन अब सपा इन सीटों को कांग्रेस को देने के लिए विचार कर रही है।गाजियाबाद सदर और मीरापुर सीट के लिए सपा कांग्रेस को तैयार करना चाहती है। हालांकि दबाव बनने पर मीरापुर या खैर में से किसी एक सीट को ही कांग्रेस को देने की संभावना है।गठबंधन के तहत सपा खुद कुदंरकी की सीट पर चुनाव लड़ेगी,लेकिन सपा आरएलडी की पूर्व में लड़ी गई सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है।गाजियाबाद सदर जहां से 2024 में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव लड़ा था।वहां अखिलेश यादव चाहते हैं कि कांग्रेस उपचुनाव में उतरे।
कांग्रेस भी कर रही है तैयारी
मीरापुर विधानसभा से जहां चंदन चौहान आरएलडी से जीते थे,सपा को लगता है कि कांग्रेस के लिए यह सीट बेहतर सौदा हो सकती है।कांग्रेस पहले से ही खैर विधानसभा पर अपनी निगाहें गड़ाए हुए है।कांग्रेस ने दलित समुदाय की चारु केन को अपने पाले में खींचा है,जो जाट परिवार की बहू हैं।पिछले विधानसभा चुनाव में चारु केन ने बसपा से 65,000 वोट हासिल किए थे।खैर विधानसभा जाट बहुल है,लेकिन सुरक्षित विधानसभा रही है।कांग्रेस का प्रयास है कि चारु केन के माध्यम से जाट और दलित समुदाय दोनों का समर्थन जुटाया जाए,जिससे जीतने की संभावना बढ़ सके।सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने यह रणनीति अपनाई है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने करहल से तेज प्रताप सिंह यादव,सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुफ्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझंवा से ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद यूपी में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा का इंतजार है।उम्मीद है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ ही यूपी में भी दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा।