
बस्ती। कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) पर उन्नत कृषि ग्राम योजना के तहत कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पुरैना खास एवं बिहरा गांव के 50 किसानों और महिला कृषकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र प्रभारी डॉ. पी.के. मिश्रा ने की।
उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि दो वर्षों के फसल परीक्षण के बाद उपयुक्त तकनीकों को जनपद में विस्तार दिया जाएगा, जिससे किसानों की आय दोगुनी या तिगुनी की जा सके और खेती की लागत कम हो।
उन्होंने कृषि यंत्रीकरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि छोटे-छोटे कृषि यंत्रों को मंगाकर उनके प्रदर्शन किए जाने चाहिए ताकि किसान आधुनिक तकनीकों से अवगत हो सकें। डॉ. आर.बी. सिंह और डॉ. बी.बी. सिंह ने जायद वर्गीय दलहनी फसलों की उन्नत प्रजातियों पर चर्चा की। डॉ. प्रेमशंकर ने मशरूम उत्पादन की संभावनाओं और तकनीकों के बारे में जानकारी दी, जबकि आर.वी. सिंह ने समेकित कृषि प्रणाली मॉडल की विस्तृत व्याख्या की।
कार्यक्रम सहायक जितेंद्र प्रताप शुक्ला ने संचालन किया। इस अवसर पर दूरदर्शन केंद्र-गोरखपुर के कार्यक्रम अधिकारी के.सी. चौधरी ने भी अपने विचार रखे। इसी योजना के अंतर्गत चयनित 50 किसानों का एक दल कृषि विज्ञान केंद्र-बंजरिया, बस्ती के भ्रमण पर गया, जहां उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने वैज्ञानिकों से अपनी समस्याओं पर चर्चा की और नई तकनीकों को अपनाने की प्रतिबद्धता जताई।