
आजमगढ़। अतरौलिया क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार को एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया। एक विवाहित महिला ने अपने प्रेमी को अपनी ससुराल बुलाया, लेकिन जब महिला के ससुर और अन्य परिवार के लोग गेहूं काट के घर लौटे, तो उन्होंने अपनी बहू और उसके आशिक को घर में एक साथ देखा। इसके बाद ससुर ने तुरंत गांववालों और पुलिस को सूचना दे दी।
मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों को हिरासत में लेकर गांववालों से पूछताछ की। फिर पुलिस और गांव वालों की आपसी सहमति से मामला शांत कराने की कोशिश की गई लेकिन बात नही बनी। गांववालों और पुलिस के सहमति से दोनों की शादी का फैसला लिया गया और शाम होते-होते दोनों को स्थानीय सम्मो माता मंदिर में एक-दूसरे से शादी के बंधन में बांध दिया गया।
मामला स्थानीय थाना क्षेत्र के चत्तुरपुर मधई पट्टी गांव का है, जहां गांव निवासी अमित कुमार पुत्र चंद्रिका प्रसाद की शादी अभी 6 माह पूर्व ही 2024 में अंबेडकर नगर जनपद के जैतपुर थाना अंतर्गत प्रतापपुर कला गांव निवासी शिवपाल निषाद की पुत्री मंजू के साथ हुई थी। कुछ दिन पहले ही पति अमित कुमार के चाचा का देहांत हो गया तो इसी बीच बहू भी अपनी ससुराल चत्तुरपुर मधईपट्टी आई थी। सुनसान मौका देख बहु मंजू ने अपने 10 वर्ष पुराने आशिक संजय निषाद पुत्र रामानंद जो इसके मायके का ही रहने वाला था उसे अपने घर बुला लिया।
गेहूं की कटाई कर परिजन जब घर वापस आए तो दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दे दी। मंजू और उसके आशिक संजय ने बताया कि दोनों पिछले 10 वर्षों से हमेशा एक-दूसरे से संपर्क में थे, और अब उन्होंने एक साथ अपना नया जीवन शुरू करने का निर्णय भी ले लिया था। महिला के ससुर चंद्रिका ने भी बताया कि वे मंगलवार को गेहूं काटने के बाद घर लौटे तो घर में यह दृश्य देखकर हैरान रह गए । इसके बाद उन्होंने तुरंत गांववालों और पुलिस को सूचित किया।हालाकि
इस घटना के बाद, लड़की के पिता शिवपाल ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि आज से हमसे और हमारी लड़की से कोई मतलब नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद अब उनका अपनी बेटी और उसकी नई शादी से कोई रिश्ता ही नहीं रहेगा।पुलिस ने दोनों को काफी समझाया और फिर सभी पक्षों की सहमति से मंदिर में उनकी शादी करवा दी गयी। विवाह के बाद, बहू अपने आशिक के साथ हंसी खुशी उसके घर चली गई। इस घटना को लेकर पूरे गांव में चर्चा का माहौल बना हुआ है, लेकिन पुलिस ने मामले का समाधान बड़े ही शांति और सूझबूझ से कर दिया।