
प्रयागराज। वकीलों के थाने में धरना देने के मामले में औद्योगिक क्षेत्र थाने के दरोगा संजीव कुमार को सस्पेंड किया गया। संजीव पर थाने में पिटाई करने का आरोप लगा था। आश्वासन के बाद वकीलों ने धरना खत्म किया। एसीपी कौंधयारा विवेक यादव ने जांच कर रिपोर्ट डीसीपी यमुना नगर विवेक चंद्र यादव को दी। इसके बाद दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया।
डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पूरे मामले की जांच अभी चल रही है। प्रथम दृष्टया दरोगा पर कार्रवाई की गई है। ट्रक चालक को पीटने के मामले की विवेचना भी कराई जा रही है। उधर वकीलों का कहना है कि उन्होंने दरोगा के खिलाफ तहरीर दी है।
प्रयागराज में पुलिस ने थाने में वकील को बंद करके पीटा। जब उसकी तबीयत बिगड़ गई तो सीएचसी ले जाकर एडमिट कर दिया। वकील के पूरे शरीर पर लाठी-डंडों से पीटने के निशान हैं। वकील से मारपीट का पता चलते ही साथी वकील थाने पहुंच गए। वहां जमकर हंगामा किया। साथी वकील करीब 15 घंटे से धरने पर बैठे हैं। आरोपी दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। मामला यमुनापार के औद्योगिक थाना क्षेत्र का है। घटना को लेकर एसीपी का कहना है कि दरोगा के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि जिला कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील आदर्श मिश्रा गुरुवार रात कार से अपने नैनी स्थित घर जा रहे थे। रात के करीब 11 बज रहे थे। हाईवे पर ट्रकों की लाइन लगी थी। इस दौरान एक ट्रक से उनकी कार में टक्कर लग गई। गाड़ी टकराते ही आदर्श और ट्रक चालक में बहस शुरू हो गई। नौबत यहां तक आ गई कि दोनों ओर से मारपीट होने लगी। इसी बीच झगड़े की सूचना किसी ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। पुलिस ने वकील और ट्रक ड्राइवर दोनों की बात सुनी। इसके बाद ट्रक ड्राइवर रजनीश उपाध्याय की एप्लिकेशन पर वकील के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। आदर्श को थाने में बैठा लिया। पूरी रात थाने में ही बंद रखा।