
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के धूलकोट इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां ग्राफिक एरा अस्पताल के निर्माणाधीन भवन में काम करने वाले एक इलेक्ट्रिशियन और उसकी पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव मजदूर आवास में पाइप के सहारे फंदे से लटके मिले। प्रारंभिक तौर पर उनके बीच शनिवार रात हुए विवाद को आत्महत्या का कारण बताया जा रहा है।
पुलिस को यह जानकारी रविवार सुबह करीब सवा नौ बजे कंट्रोल रूम के जरिए मिली। सूचना मिलते ही प्रेमनगर थानाध्यक्ष मोहन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान भास्कर लाल (28 वर्ष), पुत्र बाबूराम चंद्राकर, निवासी ग्राम कुआं, तहसील सहसपुर लोहारा, थाना पिपरिया, जिला कबीरधाम, छत्तीसगढ़ और उनकी पत्नी जनिक गौड़ (26 वर्ष) के रूप में हुई। दोनों के शव मजदूर आवास की छत में लगे पाइप से लटके हुए थे। पुलिस ने वीडियोग्राफी कराते हुए शवों को फंदे से उतारा।
प्रेमनगर थानाध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों से पूछताछ में पता चला कि जनिक और भास्कर ने करीब 10 महीने पहले छत्तीसगढ़ में अपने घर से भागकर शादी की थी। भास्कर पेशे से इलेक्ट्रिशियन था और करीब डेढ़ महीने पहले ही जनिक के साथ इस निर्माणाधीन साइट पर काम करने आया था। जनिक भी काम में भास्कर की मदद करती थी। साथ रहने वाले मजदूरों ने बताया कि शनिवार रात दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
रविवार सुबह भास्कर ने तय समय पर मोटर चलाकर पानी के टैंक नहीं भरे। जब मजदूरों ने उसे फोन किया तो संपर्क नहीं हो सका। तलाश करते हुए मजदूर उनके कमरे पर पहुंचे, जिसका दरवाजा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़ा गया, जहां दोनों के शव फंदे से लटके पाए गए।
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। मृतकों के परिजनों को छत्तीसगढ़ में सूचित कर देहरादून बुलाया गया है। उनके पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के सही कारणों का पता लगाया जा सके।