
रिपोर्ट: के.के. मिश्रा, संवाददाता।
संत कबीर नगर। प्रांतीय लोक निर्माण खंड इकाई खलीलाबाद के गेस्ट हाउस के सामने, गोला चौकी के बगल में एक अवैध पौधशाला संचालित होने का मामला सामने आया है। इस पौधशाला में न तो किसी प्रकार की रसीद दी जाती है और न ही पौधों के लिए कोई निर्धारित रेट लिस्ट मौजूद है। मनमाने दामों पर पौधे बेचे जाते हैं, जिससे ग्राहकों और संचालक के बीच अक्सर नोकझोंक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
चौंकाने वाली बात यह है कि यहां वन विभाग द्वारा संचालित होने का फर्जी बोर्ड लगाया गया है, जबकि सूत्रों की मानें तो न तो इस पौधशाला को वन विभाग से कोई स्वीकृति प्राप्त है और न ही इसे संचालित करने की वैध अनुमति। संचालक द्वारा फुटपाथ पर कब्जा कर दुकान चलाई जा रही है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है और आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
पौधशाला के पास बिजली विभाग का एक ट्रांसफार्मर भी रखा गया है, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके अतिरिक्त नगर पालिका द्वारा प्रतिदिन इन पौधों की सिंचाई टुल्लू पंप से की जाती है, जिससे पानी बिजली उपकरणों के संपर्क में आ सकता है और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस अवैध कारोबार को कुछ जिम्मेदार अधिकारियों और वन विभाग के कुछ कर्मचारियों का संरक्षण प्राप्त है, जो प्रति माह मोटी रकम लेकर इस पर कार्रवाई नहीं करते। लोगों का कहना है कि जब भी कोई ग्राहक कीमतों को लेकर सवाल करता है, तो संचालक उससे अभद्र व्यवहार करता है।
इस संबंध में जब डीएफओ (वन क्षेत्राधिकारी) से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। उन्होंने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अवैध रूप से संचालित इस पौधशाला पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो।