
मथुरा। अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा में हेरिटेज कॉरिडोर की तैयारी तेज हो गई हैं। साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे से बांकेबिहारी मंदिर को जोड़ने के लिए छह किलोमीटर का मिनी लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण भी जल्द शुरू हो जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज 2 मास्टर प्लान को उत्तर प्रदेश शासन की मंजूरी मिल गई। यमुना विकास प्राधिकरण वृंदावन को अपने क्षेत्र में लाने की योजना बना रहा है और वृंदावन को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने की योजना पर काम तेज हो गया है। साथ ही अलीगढ़ एवं मथुरा के सौंदर्याकरण का काम तेज होगा। इस नए एक्सप्रेसवे के दोनों ओर हेरिटेज कॉरिडोर बनाया जाएगा।
इस संबंध में औद्योगिक विकास विभाग ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार महायोजना को मंजूरी संबंधी आदेश जारी कर दिया गया। इस कारिडोर में कन्वेशन सेंटर, कला संस्थान, कृषि संस्थान, योग व प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, बजट होटल, रिसार्ट, अस्पताल, इलेक्ट्रिक बस डिपो आदि निर्माण होंगे। सूत्रों के अनुसार, हेरिटेज सिटी के अंतर्गत कॉरिडोर के दोनों ओर द्वापर काल के नंदगांव, बरसाना, गोकुल जैसे गांवों को विकसित किया जाएगा। कॉरिडोर दो मंजिला होगा, जिसमें जूता स्टैंड, सामान रखने के स्टैंड, पीने का पानी, बाथरूम, चिकित्सा और शिशु देखभाल जैसी सुविधाएं होंगी।
अयोध्या-काशी के बाद मथुरा की बारी !
औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने शनिवार को एक्स पर लिखा, ‘अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा की बारी! यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज 2 मास्टर प्लान को उत्तर प्रदेश शासन की मंजूरी मिल गई। इससे जनपद अलीगढ़ एवं मथुरा को होगा काफी लाभ ! यमुना एक्सप्रेस वे से बांकेबिहारी मंदिर को एक्सप्रेसवे को शीघ्र जोड़ा जाएगा।’
वृंदावन तक श्रद्धालुओं की राह होगी आसान
नया लिंक एक्सप्रेस-वे कुल छह किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें यमुना के दोनों तरफ सड़क होगी। यह नया लिंक एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे के जरिये वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर तक जुड़ेगा। इसके निर्माण से फरीदाबाद, दिल्ली और गुड़गांव से आने वाले यात्रियों के लिए वृंदावन तक पहुंचना आसान हो जाएगा। लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 250 करोड़ की लागत आएगी।