महाकुंभ नगर। संगम की रेती पर अगले साल 13 जनवरी से विश्व के सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ की शुरुआत होगी।महाकुंभ की शुरुआत से पहले महाकुंभ नगर में स्थापित सेंट्रल हॉस्पिटल ने अपनी सेवाएं शुरू कर दी है। इसी क्रम में सोमवार को लगातार दूसरे दिन हॉस्पिटल में एक महिला की डिलीवरी संपन्न कराई गई। खास बात यह है कि महिला ने कन्या को जन्म दिया है। ये महाकुंभ में हॉस्पिटल में जन्मी पहली बच्ची है।हॉस्पिटल और परिजनों की सहमति से बच्ची का नाम गंगा रखा गया है। इस बच्ची का जन्म डॉक्टर गौरव दुबे के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने कुशलतापूर्वक कराया। कल रविवार को डॉक्टर दुबे की टीम ने महाकुंभ में पहले बच्चे की डिलीवरी कराई थी। बच्चे का नाम कुंभ रखा गया था।
महाकुंभ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि सेंट्रल हॉस्पिटल में सोमवार को पहली कन्या ने जन्म लिया। डॉ. गौरव के साथ डॉ. प्रमिला और डॉ. पोंशी की टीम ने दोपहर 12.08 बजे कन्या की सकुशल डिलीवरी संपन्न कराई।
डाॅक्टर गौरव दुबे ने बताया कि बांदा जिले की निवासी शिव कुमारी और राजेश महाकुंभ में जन्मी कन्या को मां गंगा का आशीर्वाद मान रहे हैं। इसी वजह से कन्या का नाम भी गंगा रखा गया है। डॉ. गौरव दुबे के अनुसार कन्या का वजन 2.8 किलो नापा गया है। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और अस्पताल में दोनों की अच्छे से देखभाल की जा रही है।
डाॅ. गौरव दुबे ने बताया कि इससे पहले रविवार शाम अस्पताल में बालक का भी जन्म हुआ था,जो महाकुंभ में पहली डिलीवरी थी।उन्होंने बताया कि रविवार को कौशांबी निवासी 20 वर्षीय महिला सोनम को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। हमारे नेतृत्व में डॉ. नूपुर और डॉ. वर्तिका ने यह डिलीवरी संपन्न कराई थी। मां और बेटा पूरी तरह स्वस्थ हैं।
बता दें कि रविवार को 20 वर्षीय सोनम अपने पति राजा के साथ महाकुंभ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंची थी। यह परिवार महाकुंभ मेला क्षेत्र में काम की तलाश में आया है। सोनम को हाॅस्पिटल लाए जाने पर तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी। महिला डॉक्टरों ने परीक्षण किया और सोनम को भर्ती कर लिया। महाकुंभ में करोड़ों लोगों की आमद को देखते हुए योगी सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर खास प्रबंध किए हैं। मेला क्षेत्र में परेड स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में 100 बेड का सेंट्रल अस्पताल निर्मित हो गया है और कई दिनों से क्रियाशील है। सेंट्रल हॉस्पिटल में ओपीडी समेत सामान्य वार्ड से लेकर प्रसव केंद्र और आईसीयू की व्यवस्था की जा चुकी है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों का इलाज भी होने लगा है। इसी क्रम में हाॅस्पिटल ने अब तक दो डिलीवरी कराने में भी सफलता प्राप्त की है।