
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार आंकड़ों में झूठ बोलती है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के स्नान करने की व्यवस्था का दावा किया गया था, लेकिन इतनी भी व्यवस्था नहीं हो पाई। उनके अनुसार, अब तक करीब 60 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके होंगे, लेकिन सरकार सही आंकड़े छिपा रही है। भविष्य में कोई शोध होगा, तो सरकार के यह गलत आंकड़े सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि 60-70 साल के कई बुजुर्ग श्रद्धालु स्नान नहीं कर सके और प्रयागराज के स्थानीय लोग भी स्नान से वंचित रह गए।
उन्होंने महाकुंभ की ऐतिहासिकता पर चर्चा करते हुए कहा कि सम्राट हर्षवर्धन के समय महाकुंभ कई दिनों तक चलता था और पहले 75 दिन तक भी इसका आयोजन होता था। सरकार को चाहिए कि वह उन श्रद्धालुओं के लिए कुंभ का समय बढ़ाए, जो अब तक स्नान नहीं कर पाए। उन्होंने यह भी कहा कि कई लोगों की जानें सड़क दुर्घटनाओं में चली गईं, लेकिन अब तक मृतकों की संख्या का आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है। उन्होंने प्रयागराज कमिश्नर सिस्टम को पूरी तरह फेल बताते हुए डिजिटल कुंभ के दावे पर भी सवाल उठाए।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में मुस्लिम समाज की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने यात्रियों को अपने घरों में रुकने और खाने की व्यवस्था कराई। उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन के समय किसी के धर्म पर पाबंदी नहीं थी, और इसी भावना से महाकुंभ का आयोजन होना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रयागराज स्थित अकबर किले को, जहां अक्षयवट स्थित है, केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप दे।
उन्होंने भाजपा सरकार की कुंभ व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि समाजवादी सरकार में जब कुंभ का आयोजन हुआ था, तब उन्होंने नगर विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खां, स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन और मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी, जिससे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हुई थी। इस बार, पुलिस कमिश्नरेट पूरी तरह विफल रहा, 300 किलोमीटर लंबा जाम लगा और न खाने-पीने की व्यवस्था थी, न वॉशरूम की।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन भाजपा के “विकसित भारत” के दावे की पोल खोलता है।अखिलेश यादव ने भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी को निशाना बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इससे पहले भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच यह समझौता हुआ था कि कोई भी पक्ष गलत भाषा का प्रयोग नहीं करेगा, लेकिन भाजपा लगातार भाषा की मर्यादा तोड़ रही है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज कराई हैं, लेकिन किसी पर भी कार्रवाई नहीं हुई। अगर भाजपा गलत भाषा का प्रयोग करेगी, तो समाजवादी पार्टी भी उसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी का सोशल मीडिया नहीं चला रहे थे, बल्कि व्यापारियों के साथ हो रहे भेदभाव और जीएसटी की समस्याओं को उठा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की इलेक्टोरल बॉन्ड नीति के कारण देश में महंगाई बढ़ रही है और व्यापारी इससे चिंतित हैं।
उन्होंने पुलिस पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा ने पुलिस को पूरी तरह से अपने रंग में रंग लिया है, और अगर ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही पुलिसकर्मियों को “बीजेपी वाली टोपी” पहननी पड़ेगी।
अखिलेश यादव ने यूपी के आगामी बजट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 40 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का कोई ब्यौरा नहीं मिल रहा है और निवेश की कोई नीति नहीं बनी क्योंकि वास्तव में निवेश हुआ ही नहीं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार के दावों की जल्द ही पोल खुल जाएगी।