लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के नीचे शिवलिंग वाले बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। यादव के बयान पर भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, 2013 में उन्होंने (यादव ने) 1,000 टन सोना निकालने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया था। वह सोना निकालने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें शिवलिंग से दिक्कत है। इसीलिए वह मुख्यमंत्री आवास की खुदाई की बात कर रहे हैं।
लखनऊ में अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, भाजपा सरकार अपनी विफलता छिपाने और जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए जगह-जगह खुदाई करवा रही है। हमारा मानना है कि मुख्यमंत्री आवास के नीचे भी एक शिवलिंग है। वहां भी खुदाई होनी चाहिए। निर्दोष लोगों के घरों को अवैध रूप से बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है। यह विकास नहीं बल्कि विनाश है। मुख्यमंत्री के हाथ में विकास की नहीं, विनाश की रेखा है।
संभल में पिछले महीने शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए स्थानीय कोर्ट के आदेश के बाद हिंसा शुरू हो गई थी, जिसमें कुछ युवकों की मौत हुई है।इसके बाद भी जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से यहां खुदाई अभियान चलाया जा रहा है और अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ बुलडोजर चल रहा है।अधिकारियों ने पिछले सप्ताह कोट पूर्वी स्थित प्राचीन मृत्यु कूप (मृत्यु का कुआं) का जीर्णोद्धार और उत्खनन कार्य शुरू किया है।
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