लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में शुक्रवार को अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित “अनुसंधान प्रस्ताव लेखन, बड़े पैमाने पर डेटा विश्लेषण और अकादमिक पेपर प्रकाशन” विषय पर पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का सफल समापन हुआ।
इस कार्यशाला में भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। समापन सत्र में प्रमुख वक्ताओं के रूप में वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के डॉ. राजीव पांडे, आईआईटी तिरुपति के डॉ. चंद्र शेखर बाहिनीपति और बीबीएयू के प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा उपस्थित रहे।
डॉ. राजीव पांडे ने शोध पत्रों के अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशन और डेस्क अस्वीकृति से बचने के उपायों पर चर्चा की। डॉ. चंद्र शेखर बाहिनीपति ने प्रमुख संदर्भ डेटाबेस और उनके उपयोग पर अपने विचार साझा किए।
वहीं, प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा ने संपादकीय दृष्टिकोण से शोध पत्र और थीसिस लेखन की प्रक्रिया और इसमें होने वाली सामान्य गलतियों पर प्रकाश डाला।कार्यशाला के अंत में आयोजन सचिव डॉ. सुरेंद्र सिंह जाटव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस ऑनलाइन कार्यशाला में आईआईटी, एनआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईसीएसएसआर संस्थानों के निदेशक, शिक्षक, शोधार्थी और विद्यार्थी शामिल हुए।कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और अर्थशास्त्र विभाग की विशेष सराहना की गई।