बस्ती। शुक्रवार को निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” के तत्वावधान में निकाली जा रही “संवैधानिक अधिकार यात्रा” 49वें दिन जनपद बस्ती में प्रवेश की।
यात्रा सर्किट हाउस से प्रारंभ होकर रोडवेज चौराहा, नगर चौराहा, फुलवारिया, कप्तानगंज, संसारीपुर, हड़ही, वेलघाट, एकटेक्वा, कटरा, गणेशपुर, मनौली चौराहा, माणिक चंद्र , रुधौली बखिरा रोड, महुआ होते हुए यात्रा जनपद संतकबीरनगर के लिए प्रस्थान किया।
यात्रा को संबोधित करते हुए श्री निषाद ने कहा कि जनपद बस्ती में युवाओं द्वारा किए गये स्वागत से ये तो स्पष्ट हो गया है कि बस्ती का निषाद अब मछुआ एससी आरक्षण को लेकर निषाद पार्टी के साथ कटिबद्ध है और निषाद पार्टी द्वारा निकाली जा रही संवैधानिक अधिकार यात्रा के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।
श्री निषाद ने युवाओं में जोश भरते हुए कहा कि मछुआ समाज का युवा- वायु की भाँति आरक्षण की लड़ाई में निषाद पार्टी के साथ चल रहा है और वो दिन दूर नहीं जब निषाद आरक्षण के मछुआ समाज के युवाओं का कल्याण होना शुरू हो जाएगा।
निषाद जी ने कहा जब वो पश्चिमांचल से मछुआ समाज की (आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक) सुरक्षा के लिए यात्रा निकाल रहे थे, तब हमारे पूर्वांचल ने मछुआ समाज के विभीषण ये तय करने में लगे हुए थे कि पूर्वांचल में डॉ संजय और निषाद पार्टी की आरक्षण यात्रा का विरोध करेंगे, यात्रा को सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि मछुआ समाज के सभी पार्टियों के विभीषण निषाद पार्टी और डॉ संजय के विरोध को लेकर लगातार नये नये कर्म करते रहते है किंतु ये भी हास्यपद हो जाता है ना जाने कितने साम-दाम-दंड-भेद लगाकर भी मछुआ समाज के आरक्षण को लेकर निकाली गई संवैधानिक अधिकार यात्रा का कारवां दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है।
श्री निषाद ने कहा आज बस्ती के रुधौली, कप्तानगंज में संवैधानिक अधिकार यात्रा के स्वागत को देखकर विभीषणों की नींद उड़ जाएगी।
श्री निषाद जी ने मछुआ समाज के सभी नेताओं से अपील करते हुए कहा कि निषाद पार्टी का विरोध आप करना चाहते है बिल्कुल कीजिए, डॉ संजय निषाद का विरोध आप करना चाहते है वो भी आप बिल्कुल कीजिए, उन्होंने कहा कि मछुआ समाज के एससी आरक्षण के मुद्दे पर एकमत होकर (चाहे फिर आप किसी भी पार्टी में हो) आवाज़ उठाइए, संवैधानिक अधिकार यात्रा से जुड़िये।
उन्होंने कहा कि मछुआ समाज को आज मछुआ एससी आरक्षण की ज़रूरत है आप आरक्षण की लड़ाई में साथ चलिए, श्रेय आप ले लीजिएगा, डॉ संजय और निषाद पार्टी को आरक्षण दिलवाने का माध्यम बनाना चाहती है। श्रेय आप ले लीजिएगा किंतु वो जानते हैं कि मछुआ समाज के विभीषण ये कभी स्वीकार नहीं करेंगे की मछुआ समाज को आरक्षण का लाभ मिल जाये क्योंकि वो जानते हैं कि विभीषणों की रोज़ी-रोटी ही समाज को बरगलाने से चल रही है। निषाद समाज के भोले और सीधेपन को फ़ायदा उठाकर ये लोग खर्च पानी चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोगो आरक्षण के श्रेय डॉ संजय और निषाद पार्टी ना ले ले उसके विरोध में इतने अंधे हो गए है की मछुआ समाजहित और मछुआ समाज कल्याण को भी भूल गए है किंतु निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर बनी थी और आज भी आरक्षण के मुद्दे पर अडिग है, सत्ता के सुख से अच्छा है अपने मछुआ समाज के दुख दर्द में उनके साथ खड़ा रहूँ।
इस अवसर पर मिठाई लाल निषाद, उमा शंकर पटवा, दीपू निषाद, अशोक निषाद, संदीप निषाद, अजय निषाद, प्रदीप निषाद, साधु निषाद, राम निरंजन निषाद, रामू निषाद, दयाराम निषाद, धर्मराज निषाद, राजेश निषाद, शांति देवी निषाद, सोहन लाल निषाद, हरिदास निषाद, मेहँदी निषाद आदि मौजूद रहे।