
मुंबई। साइबर फ्रॉड का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग महिला को करीब 2 महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा और 20 करोड़ रुपये ठग लिए। इस दौरान महिला को डराया, धमकाया और बच्चों को गिरफ्तार करने की तक की धमकी दे दी। पुलिस ने इस मामले पर एक्शन लेते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
महिला को कॉल करने वाले ने खुद का नाम संदीप राव बताया और कहा कि वह एक सीबीआई ऑफिसर है। इसके बाद उसने आरोप लगाए कि विक्टिम महिला के नाम और डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल करके एक बैंक अकाउंट है, जिसका इस्तेमाल गैर कानूनी एक्टिविटी में किया है। उस बैंक खाते के जरिए मनी लांड्रिंग और जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को रुपये भेजे हैं।
फेक सीबीआई ऑफिसर ने महिला को बताया कि इस केस को सीबीआई स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम को सौंप दिया गया है और कंप्लेंट दर्ज हो चुकी है। इसके बाद आरोपी ने महिला को धमकाया कि उसके पास अरेस्ट वॉरेंट है। आरोपी ने विक्टिम महिला को बताया कि वह अगर जांच में सहयोग नहीं करेंगी तो पुलिस उनके घर पर पहुंच जाएगी। इसके बाद विक्टिम महिला से जांच के नाम पर बैंक डिटेल्स और अन्य जरूरी डिटेल्स मांगी गई। इसके बाद महिला को डिजिटल अरेस्ट किया गया। यह केस करीब 2 महीने तक चलता रहा।
फेक सीबीआई अफसर और राजीव रंजन फेक नाम के शख्स महिला को 2-3 घंटे के दौरान कॉल करते और उनकी लोकेशन पूछते। इसके बाद विक्टिम महिला को बताया कि अगर आपको अपना नाम इस केस से हटवाना है, तो उसका एक प्रोसेस है। इसके बाद विक्टिम महिला को बताया कि उनको अपने बैंक अकाउंट में मौजूद सभी रकम को कोर्ट के अकाउंट में ट्रांसफर करनी होगी। साइबर ठगों ने एक फर्जी वादा भी किया जांच पूरी होने के बाद उनके रुपये वापस कर दिए जाएंगे, हालांकि इसके बाद उनको कुछ वापस नहीं मिला। इसके बाद 4 मार्च को उन्होंने FIR दर्ज कर कराई, जिसके बाद पुलिस ने 20-20 साल के दो लोगों को मीरा रोड से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि उनके घर में काम करने वाली महिला ने बुजुर्ग महिला के स्वभाव में बदलाव देखा, काम करने वाली महिला ने बताया कि बुजुर्ग अपने रूम में रहती, कभी -कभी चिल्लाती और सिर्फ खाने के लिए रूम से बाहर आतीं। ये जानकारी उन्होंने बुजुर्ग महिला की बेटी को दी।