हरिद्वार रुड़की से गौरव कुमार की रिपोर्ट।
हरिद्वार रुड़की उत्तराखंड: रुड़की डिपो में चलने वाली कई बसों में डीजल खपत क्षमता से अधिक हो रही है। पिछले माह कुछ चालक डीजल की खपत कम नहीं दे पाए। ऐसे में इन चालकों को प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद भी खपत क्षमता नहीं सुधरी तो चालकों के बसों के रूट बदल दिए जाएंगे। उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में डीजल की खपत में सुधार करना बड़ी चुनौती होता है।
दरअसल डीजल की खपत के आधार पर डिपो की कमाई का आंकड़ा लगाया जाता है। प्रति किलोमीटर बस दौड़ने पर 5.20 लीटर डीजल की खपत का नियम है। इसके अलावा 5.28 लीटर डीजल की खपत होना भी परिवहन निगम की ओर से अच्छा माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से रुड़की डिपो की बसों में डीजल की खपत क्षमता से अधिक आ रही है।