👉 राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में जनवरी माह 2025 से 100 दिवसीय सघन टीवी मुक्त अभियान चलाया जाएगा।
केके मिश्रा संवाददाता।
संत कबीर नगर। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ समिति (शासी निकाय) के कार्यक्रमों/संचालित योजनाओं की अद्यतन स्थिति एवं प्रगति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टीवी कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु दिए गए दिशा-निर्देशों पर कार्य योजना बनाकर क्षय उन्मूलन की दिशा में पूरे जनपद में जनवरी माह 2025 में 100 दिवसीय सघन टीवी अभियान चलाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि टीवी मुक्त अभियान में जन भागीदारी बनाकर क्षय उन्मूलन को आंदोलन के रूप में सफल बनाने हेतु प्रभावशाली व्यक्तियों, प्रशासनिक अधिकारियों, मा0 जनप्रतिनिधिगणों सहित विभिन्न विभागों, उद्योगों, गैर सरकारी संगठनों व निजी स्वास्थ्य क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए निःक्षय मित्र बनाए जाने की कार्यवाही तेजी से की जाए तथा निःक्षय मित्र बनने हेतु लोगों को प्रेरित भी किया जाए।
उन्होंने कहा कि 100 दिवसीय सघन टीवी अभियान के दौरान टीवी के मरीजों का चिन्हीकरण, दवा की डोज, स्क्रीनिंग, जांच, आदि की रिपोर्टिंग साप्ताहिक तौर पर प्रस्तुत की जाए।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान जनपद में पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनने की प्रगति एवं 70 वर्ष या उससे अधिक की आयु के सभी व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि इस हेतु पेंशन विभाग एवं निर्वाचन विभाग से भी सहयोग लेकर डाटा प्राप्त कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय में मरीजों के तीमारदारों हेतु चिकित्सालय में रात्रि रुकने के लिए रैन बसेरा की व्यवस्था पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर तत्काल 100 कंबल उपलब्ध कराने के लिए संबंधित को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला चिकित्सालय में आधारभूत सुविधाओं में यदि कोई कमी है तो उसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है उन्होंने बताया कि इसके लिए तकनीकी अभियंता से निरीक्षण करवा कर इंफ्रा गैप को सही करने के लिए रिपोर्ट उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा NQAS (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) प्रोग्राम के तहत सीएचओ, एएनएम एवं संबंधित चिकित्साधिकारी को आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं एएनएम सेंटर में उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों की अनुपालन आख्या की समीक्षा की गई, जिसमें जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के भुगतान की स्थिति, गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव का आंकड़ा, ओपीडी/आईपीडी में माहवार मरीजों की संख्या के सापेक्ष दवाओं का वितरण आदि की आंकड़ेवर समीक्षा की गई।
चिकित्सालयों में बायोमेडिकल उपकरणों, एक्स-रे मशीन की क्रियाशीलता आदि के संबंध में भी जिलाधिकारी सभी चिकित्सालयों के चिकित्साधिकारियों से जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में चिकित्सालय में उपलब्ध उपकरण खराब नहीं होने चाहिए, खराब होने की दशा में इसकी सूचना से संबंधित चिकित्साधिकारी/ऑपरेटर तत्काल अवगत करायें।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान “आभा” आईडी का जनरेशन की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि “आभा” आईडी का जनरेशन मैं गुणात्मक तेजी लाने की आवश्यकता है इसके लिए माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाए।
जिलाधिकारी द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, जिला क्षय रोग समिति, संचारी रोग, रेवीज़ टीकाकरण, स्नेक बाइट वैक्सीन की उपलब्धता, चिकित्सालयों में चिकित्सकों एवं दवाओं की उपलब्धता सहित मरीजों के हित में स्वास्थ्य संबंधित उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं/सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में कार्यों का लक्ष्य एवं गुणवत्ता के सापेक्ष प्रगति की समीक्षा से संबंधित पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्साधिकारी अपने चिकित्सालयों में मरीजों के उचित देखभाल से संबंधित बेसिक सुविधाओं जैसे-बैठने की व्यवस्था, पानी, शौचालय, व्हीलचेयर सहित अन्य चिकित्सीय उपकरणों आदि के सुचारू संचालन सुनिश्चित रखें।
उन्होंने कहा कि चिकित्साधिकारीगण अपने कार्यों एवं जिम्मेदारियों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करें, कार्यों के प्रति लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में जिला स्तर पर विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों, स्वास्थ्य संकेतकों की अद्यतन स्थिति एवं प्रगति पर बिंदुवार समीक्षा की गयी। बैठक में डीपीएम विनीत कुमार श्रीवास्तव ने एजेंडा बिंदु सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति से जिलाधिकारी को अगवत कराया।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कदापि लापरवाही न बरती जाए, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का रूटीन टीकाकरण, बच्चों में कुपोषण के स्थिति की जांच आदि की विभागीय स्तर पर नियमित समीक्षा की जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना के व्यवस्थित संचालन, ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकत्रियों जैसे-आशा एवं ए0एन0एम0 की कार्य प्रणाली, संस्थागत प्रसव आदि से सम्बंधित चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जितनी भी सेवाओं/योजनाओं का संबंध ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकत्रियों (आशा/एएनएम) से है उसकी समीक्षा अनिवार्य रूप से मुख्य
चिकित्साधिकारी एवं सम्बंधित चिकित्साधिकारीगण एक-एक आशा/एएनएम के सापेक्ष सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं/कार्यक्रमों के संचालन एवं आउटपुट की सतर्क मॉनीटरिंग भी की जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 रामानुज कन्नौजिया, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 भवनाथ पांडेय, डब्ल्यू0एच0ओ0 एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित चिकित्सालयों के एम0ओ0आई0सी0 व अन्य सम्बंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।