मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के डीएम अंजनी कुमार सिंह संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान एक शिकायत की जनसुनवाई के दौरान अपने अफसरशाही रवैए के कारण सुर्खियों में हैं। समाधान दिवस में न्याय की आस लेकर पहुंची मां बेटी के सच का सामना डीएम नहीं कर पाए और तेज आवाज में बोलने के कारण जेल भेजने का आदेश दे दिया था। इस घटना ने तूल पकड़ लिया तो रविवार को जिलाधिकारी बैकफुट पर नजर आए।
तहसील किशनी में आयोजित समाधान दिवस पर जमीन पर कब्जे की शिकायत को लेकर विधवा राधा अपनी बेटी दिव्या के साथ पहुंची थी। डीएम के सामने पहुंचकर बताया कि पड़ोसी खेत वालों ने उसकी खेत पर कब्जा कर लिया है। इसी बीच राजस्व विभाग के अधिकारी बोलने लगे। यह देख राधा ने जोर-जोर से बोलना शुरू कर दिया कि वह हर जगह चक्कर काट चुकी है। कहीं सुनवाई नहीं हो रही है, सब घूसखोर हैं। इतना सुनकर डीएम भड़क गए। मां-बेटी को जेल भेजने का आदेश दे दिया। डीएम का आदेश सुनकर अन्य अधिकारी भी सन्न रह गए, लेकिन उनका पारा चढ़ा रहा। पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले गई। तीन घंटे बिठाने के बाद शांति भंग की कार्रवाई कर दी गई। जिन्हें बाद में निजी मुचलके पर छोड़ भी दिया गया।
हालांकि, पूरी घटना का वीडियो वायरल होने पर जब अधिकारी की किरकिरी होने लगी तो उन्होंने वीडियो जारी करके पूरे मामले में अपनी सफाई दी है। उनका कहना है कि उन्होंने मां और बेटी की जान बचाई है। वह दोनों आत्महत्या करने की धमकी दे रही थीं और अगर वे दोनों को पुलिस के हवाले ना करते तो दोनों आत्महत्या कर लेतीं।
उनका कहना है कि मां-बेटी को जेल भेजने की बात बिल्कुल गलत है। वास्तविकता यह है कि मां-बेटी समाधान दिवस में आई थीं। उनकी समस्या पर धैर्यपूर्वक सुनवाई की गई और आदेश किया गया। उनकी समस्या को देखने के लिए टीम गठित की जा रही थी। इसी बीच बेटी ने आत्महत्या करने की धमकी देना शुरू कर दिया। उसे बार-बार समझाया गया लेकिन वह काफी आवेशित थी। सिर्फ उनकी जीवन रक्षा के लिए उन्हें पुलिस की निगरानी में भेजा गया कि कहीं वो कोई आत्मघाती कदम न उठा ले। कोई भी यदि ऐसी धमकी देगा तो प्रशासन जो आवश्यक कदम होगा, उठाएगा। उन्हें कुछ समय के लिए पुलिस कस्टडी में रखा गया। जब उनका आवेश शांत हो गया, वो क्षमा मांगने लगी कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं करूंगी, तो निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि महिला पुलिस एक युवती और एक महिला का हाथ पकड़ कर उन्हें अपने साथ लेकर जा रही है। पुलिस युवती और महिला को कार में बैठाती है और फिर चल देती है। जांच पड़ताल करने पर सारा मामला सामने आया तो बवाल मच गया। सोशल मीडिया यूजर्स ने डीएम को इस कार्रवाई को लेकर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
इस संबंध में पीड़ित युवती ने समाचार चैनल को बताया कि डीएम अंजनी कुमार सिंह गलत बात बता रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इन्हें डंडे मारो और तीन चार दिन जेल में डालो। हम केवल अपनी परेशानी उन्हें सुना रहे थे, लेकिन वो भड़क गए।युवती ने बताया कि हम बीते कई साल से जमीन विवाद के कारण परेशान हैं। इसी का समाधान पाने के लिए समाधान दिवस के दिन डीएम के पास गए थे। लेकिन उन्होंने हमारे साथ ऐसा सलूक किया। मेरे पिता का भी निधन हो चुका है। हम आखिर किससे मदद मांगें।
यह थी महिला की शिकायत..
बहरामऊ में रहने वाली राधा के पति की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। राधा ने नाम 20 बीघा खेत है, जिसकी मेड़बंदी कराई थी। डेढ़ बीघा जमीन पर पड़ोसी खेत वालों ने कब्जा कर लिया। आरोप है कि उन लोगों ने लेखपाल से मिलकर पैमाइश करा ली और दोबारा कब्जा कर लिया। पिछले चार सालों में वह कई बार शिकायत कर चुकी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद मां-बेटी राजस्व विभाग से दोबारा मेड़ बंदी कराने के लिए डीएम को शिकायती पत्र देने पहुंची थीं।