•वैदिक मंत्रोंचार के साथ मनाया गया प्रख्यात शिक्षाविद् डॉक्टर हरिहर प्रसाद पाण्डेय की पाँचवी पुण्यतिथि।
बस्ती। राष्ट्र को समृद्ध बनाने में बेटियों की भागीदारी जरूरी है। बालिका को शिक्षित करना एक विकसित और समृद्ध समाज का आधार है। 70 के दशक में कप्तानगंज जैसे पिछड़े क्षेत्र में बालिका शिक्षा की अलख जागने में अपने अतुलनीय प्रयास से डॉक्टर हरिहर प्रसाद पाण्डेय हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
यह बातें स्वर्गीय पाण्डेय के पुत्र राज्यसभा सचिवालय नई दिल्ली में निजी सचिव रहें अजय कुमार पाण्डेय ने सोमवार को कप्तानगंज के इंदिरा भवन परिसर में प्रख्यात शिक्षाविद् रहे अपने पिता स्वर्गीय डॉक्टर हरिहर प्रसाद पाण्डेय के पाँचवी पुण्यतिथि पर बैदिक मंत्रों से हवन पूजन के बाद उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहीं। समाज में व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों के माध्यम से होती है। सद्कर्म करने वाले व्यक्ति की पहचान कभी मिटती नहीं है।
डॉक्टर पाण्डेय के प्रयासों का परिणाम है कि आज इस ग्रामीण क्षेत्र से शिक्षा ग्रहण कर तमाम बालिकाएं अच्छे पदों पर कार्यरत है। स्वर्गीय पाण्डेय के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके द्वारा बनाए गए संस्था के माध्यम से उनके द्वारा शुरू किए गए मिशन को हर संभव आगे बढ़ाने का प्रयास लोगों द्वारा किया जा रहा है।
हरिशंकर मिश्रा, प्रमोद ओझा, हरिशंकर पाण्डेय ने भी स्वर्गीय पाण्डेय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। ज्योति पाण्डेय ने आगंतुकों के प्रति आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर चंपा पाण्डेय, संजय पाण्डेय, शक्ति उपाध्याय, अनमोल पाण्डेय, उत्कर्ष, आशुतोष, निधि, काव्या, बिंदु सहित तमाम लोग मौजूद रहे।