-सरकारी फाइलों में फंस कर रह गयी सस्ते गल्ले के राशन की दुकान।
अयोध्या। राजस्व गांव देवराकोट में खाली पड़ी सस्ते गल्ले के राशन की दुकान का कोटा चयन पिछले तीन माह से सरकारी फाइलों में फंस कर रह गया है। इसके लिए आए कुल दो आवेदनों में से विभागीय जिम्मेदार एक कोटेदार नहीं तय कर पा रहे है। मानकों को लेकर आपसी विचार विमर्श में लगे खंड विकास अधिकारी से लेकर उपजिला अधिकारी तक घूम रही पत्रावली को लेकर ग्रामीणों ने जिला अधिकारी तक शिकायत की लेकिन परिणाम अब तक सामने नहीं आ पाया है।
रिक्त हुई इस कोटेदार के चयन के लिए गांव में दो माह पहले खुली बैठक से आवेदन लिए गए थे। इसके लिए केवल गांव की महिला समूहों को ही अधिकृत किया गया था। ग्रामीण शैलेन्द्र सिंह, राज कुमारी, अशोक सिंह आदि का आरोप है कि आए आवेदनों में से दो समूहों के आवेदन मानक पर खरे उतरे हैं। इन्हीं में से एक समूह को तय किया जाना है। महीना भर पत्रावली पंचायत विभाग के जिम्मेदारों के पास जिला मुख्यालय पर घूमती रही।
पुष्टि के लिए पखवारा भर से खण्ड विकास अधिकारी के यहां लंबित है। अंतिम मुहर उप- जिलाधिकारी की लगाई जानी है लेकिन हर टेबल पर कुछ आने की प्रतीक्षा की जा रही है। गत शनिवार को इसे लेकर शिकायत पर जिला अधिकारी ने पेंच कसा था। लेकिन वह भी बेकार गया। खण्ड विकास अधिकारी सोहावल अनुपम वर्मा कहा कि चयन पत्रावली आई है। विचार किया जा रहा है। अगले सप्ताह बुधवार तक गांव को नया कोटेदार मिल जायेगा