
बस्ती। पूर्व विधायक राजा लक्ष्मेश्वर सिंह की 77वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। रानी आशिमा सिंह ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि राजा लक्ष्मेश्वर सिंह पहले एक किसान थे और बाद में जनप्रतिनिधि। वे बच्चों के प्रति अत्यंत संवेदनशील थे और जनसेवा को हमेशा प्राथमिकता दी। जनप्रतिनिधि के रूप में उनका कार्य सदैव स्मरणीय रहेगा।

राजा लक्ष्मेश्वर सिंह के पुत्र राजा ऐश्वर्यराज सिंह ने कहा कि वे अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए निरंतर प्रयासरत हैं कि उनके अधूरे सपनों को पूरा किया जा सके।
राजा लक्ष्मेश्वर सिंह मेमोरियल सिटी इंटरनेशनल स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 6 कंपोजिट व प्राइमरी विद्यालयों के छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु कार्यशाला और सहभोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रानी आशिमा सिंह ने छात्रों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया।

छात्रों ने कौशल प्रदर्शन हेतु स्टॉल लगाए। वहीं सुर्तीहट्टा स्थित राजा लक्ष्मेश्वर सिंह मेमोरियल रीहैब प्लस विद्यालय में भी छात्रों ने जयंती के अवसर पर उन्हें याद किया।
कार्यक्रम में नजराना जमाल, गरिमा त्रिपाठी, नाहिद अख्तर, सीमा श्रीवास्तव, सरिता रूंगटा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र और अभिभावक उपस्थित रहे।