नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने आयकर विभाग के PAN 2.0 प्रोजेक्ट पर अपनी मुहर लगा दी है। अब लोगों को जल्द ही क्यूआर कोड (QR code) सुविधा वाला नया पैन कार्ड मिलेगा, जो सरकार की महत्वाकांक्षी मुहिम डिजिटल इंडिया के मुताबिक होगा। यह पैन 1.0 का अपडेटेड वर्जन है। अभी तक 1972 में शुरू किए गए पैन कार्ड का इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन अब पैन 2.0 का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया जाएगा। पैन 1.0 में बदलाव करते हुए पैन 2.0 लॉन्च किया गया है। 25 नवंबर 2024 को केंद्र सरकार ने क्यूआर आधारित नए तरह के पैन कार्ड जारी करने के लिए 1,435 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।
केंद्र सरकार पैन 2.0 के जरिए सुरक्षा में सुधार करना चाहती है। इसलिए पैन 2.0 में नए और ज्यादा सिक्योर्ड टेक्नोलॉजी प्रोटोकॉल फीचर्स को जोड़ा गया है। अगले साल से लागू होने वाला ये प्रोजेक्ट पैन जारी करने के मौजूदा सिस्टम को एडवांस बनाने के मकसद से लाया गया है। इस नई व्यवस्था शुरू होने पर भी मौजूदा पैन कार्ड वैध बने रहेंगे और टैक्सपेयर को नए कार्ड के लिए अप्लाई करने की जरूरत नहीं होगी
ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। जैसे कि पैन कार्ड क्या होता है, नया पैन कार्ड क्यों ला रही सरकार, अब पुराने पैन कार्ड का क्या होगा, पैन कार्ड कैसे बनता है, क्या इसके लिए कोई शुल्क देना होगा। आइए इन सवालों का जवाब जानते हैं।
PAN कार्ड क्या होता है? PAN कार्ड को ‘स्थायी खाता संख्या’ यानी परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) कहते हैं। इसको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जारी करता है। इसका ज्यादातर इस्तेमाल वित्तीय कामकाज के लिए होता है। जैसे कि इनकम टैक्स भरना, बैंक अकाउंट ओपन करना या प्रॉपर्टी खरीदना। पैन कार्ड (Pan Card) 10 अंक की एक विशिष्ट संख्या है। इसमें अंकों के साथ अंग्रेजी अक्षरों को भी स्पष्ट रूप से शामिल किया जाता है। जिसमें आपके वित्तीय लेनदेन से जुड़ी सारी जानकारियां दर्ज होती हैं। जैसे कि आपकी कितनी है, आपका कितना टैक्स भरते हैं आदि। इसमें आपके निवेश से जुड़ी पूरी जानकारियां भी होती हैं।
नया पैन कार्ड क्यों ला रही सरकार? केंद्र सरकार ने PAN Upgrade के लिए पैन 2.0 की शुरुआत करने की बात कही है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, पुराने पैन कार्ड में सुरक्षा की खामियां थीं, जिससे धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे थे। किसी व्यक्ति के पैन कार्ड से उसकी आइडेंटिटी थेफ्ट यानी पहचान की चोरी भी बढ़ने लगी थी। मौजदा वक्त में पैन कार्ड को ऑपरेट करने वाले सॉफ्टवेयर 15 से 20 साल पुराने हैं। इन सॉफ्टवेयर्स की वजह से कई बार परेशानी आ जाती है। जिन्हें अपग्रेड करने की जरूरत है। इसलिए नए पैन कार्ड में सिस्टम को डिजिटल तौर पर तैयार किया जाएगा। नए सिस्टम की मदद से पैन कार्ड यूनिवर्सल आईडी की तरह काम करेगा। PAN 2.0 के जरिए सरकार Taxpayers को बेहतर डिजिटल अनुभव देना चाहती है।
जानकारी के अनुसार अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है तो आपको पैन 2.0 के लिए नया आवेदन करने की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ आधार कार्ड से पैन को लिंक करना होगा, क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आधार लिंकिंग को अनिवार्य कर दिया है। पैन कार्ड लिंक करने के लिए आपको इनकम टैक्स की वेबसाइट incometaxindiaefilling.gov.in पर लॉग इन करना होगा।
बता दें कि नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड (QR code PAN card) जैसी सुविधाएं होंगी, जो यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करेंगी। सरकार का मकसद डिजिटल इंडिया के तहत पैन 2.0 परियोजना को अधिक उपयोगी बनाना है। यह सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में भी अहम भूमिका निभा सकता है। यही वजह है कि सरकार पैन और आधार को लिंक कराने पर काफी जोर दे रही है।
अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, पुराने पैन को बंद नहीं किया जाएगा। जब तक नया कार्ड नहीं बनेगा, तब तक पुराने कार्ड से ही काम होते रहेंगे। पैन 2.0 बनने के बाद नए कार्ड का इस्तेमाल अनिवार्य हो जाएगा।पुराने पैन कार्ड को अपडेट करने पर पैन नंबर में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यानी आपका पैन नंबर वही रहेगा, लेकिन अगर आप पहली बार पैन कार्ड बनवा रहे हैं, तो आपको नए पैन 2.0 के साथ नया पैन नंबर भी दिया जाएगा।
PAN 2.0 को कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर मिशन के तहत लॉन्च किया गया है। अभी तक किसी भी कंपनी के लिए PAN, TAN और TIN नंबर अलग से जारी होता था। इसका मैनेजमेंट करना इनकम टैक्स विभाग के लिए मुश्किल का काम था। इसलिए अब पैन 2.0 के बाद एक ही यूनीक आईडी जारी की जाएगी, जिसमें PAN, TAN और TIN की जानकारियां मौजूद होंगी।
PAN कार्ड की बात करें, तो यह भी आधार कार्ड जितना ही महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट है। खासकर, वित्तीय मामलों में इसकी अहमियत आधार कार्ड से भी अधिक हो जाती है। इसे आप फिजिकल और डिजिटल, दोनों तरीकों से बनवा सकते हैं।
वहीं, PAN कार्ड को ऑनलाइन बनवाने के लिए आप इनकम टैक्स के ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से Instant e-PAN के लिए मुफ्त अप्लाई कर सकते हैं। हालांकि, फ्री ई-पैन का लाभ केवल वे एडल्ट इंडिविजुअल टैक्सपेयर ही उठा सकते हैं, जिनके पास अभी तक पैन नहीं है। उनका वैलिड आधार उनके मोबाइल नंबर से लिंक भी होना चाहिए। अगर आप पैन कार्ड खोने या डैमेज होने के बाद नया बनवाते हैं, तो आपको करीब 100 रुपये शुल्क देना पड़ सकता है।