हरिद्वार से शैलेन्द्र कुमार की रिपोर्ट।
हरिद्वार( उत्तराखंड)। ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में प्रति माह करीब 500 सौ मरीज क्षार सूत्र से फिस्टुला (भगंदर) और पाइल्स (बवासीर) का इलाज करने आते हैं। ओपीडी रजिस्टर में पिछले तीन महीने में दर्ज मरीजों की संख्या देखे तो उनमें से करीब 900 स्वस्थ होकर लौटे हैं। कॉलेज के क्षार सूत्री विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार गुप्ता ने मरीज को कहा बिना झिझक इलाज के लिए आना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिक जांच में समस्या का पता लगे तो कुछ दिनों के इलाज में ठीक हो सकते हैं। और उन्होंने कहा कि पहले केवल पुरुष मरीजों की संख्या अधिक होती थी। लेकिन अब नवयुवक, युवतियों और महिलाओं में यह समस्या आम होती जा रही है। क्षार सूत्र में केवल लेप लगाकर इस रोग को ठीक किया जा रहा है।