अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा में उपचुनाव का बिगुल बज गया है। राजनीतिक दल उपचुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। कल मंगलवार को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना होगी।
जानें कब से शुरू होगा नामांकन
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 जनवरी से नामांकन शुरू होगा और 17 जनवरी तक चलेगा। 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। इसके बाद 20 जनवरी तक नाम वापसी की आखिरी तारीख होगी। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना होगी।
जानें कितने हैं कुल वोटर्स
मिल्कीपुर विधानसभा में 3 लाख 70 हजार 829 मतदाता हैं।1 लाख 92 हजार 984 पुरुष मतदाता और 1 लाख 77 हजार 838 महिला मतदाता हैं।थर्ड जेंडर के 7 मतदाता भी हैं। 4811 नए युवा मतदाता हैं। उपचुनाव के लिए 255 मतदान केंद्र, 414 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।चार जोनल मजिस्ट्रेट, 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं।
कांग्रेस नहीं उतारेगी प्रत्याशी
कांग्रेस ने मिल्कीपुर उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कांग्रेस मिल्कीपुर उपचुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रही है और यूपी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी कर रही है।
भाजपा-सपा आमने-सामने
मिल्कीपुर में उपचुनाव का बिगुल बजने के बाद समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह अपनी ताकत लगा रही है। भाजपा अयोध्या जिले में आने वाली इस सीट पर जीत हासिल कर के अयोध्या में अपनी साख को जमाए रखना चाहती है तो वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का इस सीट को गढ़ माना जाता है। साल 1991 से अब तक भाजपा मिल्कीपुर में सिर्फ दो बार ही चुनाव जीती है। अखिलेश यादव ने फैजाबाद से पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है। भाजपा ने अभी तक अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर में सपा को 1 लाख 3 हजार 905 वोट मिले थे और भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी।