
•कहा— बंगाल जल रहा है और ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश पर अनर्गल आरोप लगा रही हैं।
लखनऊ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दिए गए विवादित बयान पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि बंगाल इस समय अराजकता की आग में झुलस रहा है, मुर्शिदाबाद जैसे जिले जल रहे हैं और ममता बनर्जी अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए योगी आदित्यनाथ पर अनर्गल आरोप मढ़ रही हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ममता बनर्जी का बयान न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि राजनीतिक शालीनता की मर्यादाओं का भी उल्लंघन करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार दंगाइयों को ‘शांतिदूत’ कहकर उन्हें सरकारी संरक्षण दे रही है, और इसी के चलते पश्चिम बंगाल का हिन्दू समाज भयभीत और उपेक्षित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की सत्ता ने बहुसंख्यक समाज को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया है।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी से राजनीतिक शुचिता की उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि वही नेता हैं जिन्होंने प्रयागराज कुंभ जैसे श्रद्धा और आस्था के महापर्व को “मौत का कुंभ” कहकर करोड़ों सनातन श्रद्धालुओं का उपहास उड़ाया था। उन्होंने कहा कि बंगाल की धरती, जो कभी देश के स्वतंत्रता सेनानियों, साहित्यकारों और कलाकारों की कर्मभूमि रही है, आज अराजकता की प्रयोगशाला बन गई है। पंचायत चुनावों से लेकर लोकसभा तक, हर चुनाव हिंसा की चपेट में आ जाता है, और यह ममता सरकार की सबसे बड़ी विफलता है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था, निवेश, अधोसंरचना और विकास के हर क्षेत्र में बुलंदियों को छू रहा है। उन्होंने दावा किया कि बीते आठ वर्षों में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ क्योंकि योगी सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि “दंगाई या तो ऊपर पहुंचा दिए गए हैं, या प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं”, और यही वजह है कि यह दृढ़ नेतृत्व ममता बनर्जी और उनके सहयोगियों को रास नहीं आ रहा है।भूपेंद्र चौधरी ने ममता बनर्जी को “दंगाइयों की सरदार” करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कथन बिल्कुल सही है कि “दंगाई लातों के भूत होते हैं, जो बातों से नहीं, डंडे से मानते हैं।”