
गाज़ीपुर। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर बहराइच में सैयद सालार गाजी मेला विवाद में कूद पड़े हैं।राजभर ने कहा है कि बहराइच में सैयद सालार गाज़ी की जगह महाराजा सुहेलदेव का मेला लगना चाहिए।राजभर ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि सैयद मसूद गाजी काबुल से भारत को लूटने चला था,यहां के मंदिरों और मठों को लूटने आया था और इस दौरान कुल 585 राजाओं ने उसका सामना किया था,उसमें कई राजा मारे गए,लेकिन जब उसका सामना बहराइच के नानपारा मैदान में महाराजा सुहेलदेव जी से हुआ तो 21 वें दिन वो मारा गया था।
ओपी राजभर ने कहा कि महाभारत तो 11 दिन में खत्म हो गया था,ये युद्ध कुल 21 दिनों तक हुआ था और 21वें दिन सैयद मसूद गाजी मारा गया था। राजभर ने कहा कि वह कोई संत महात्मा नहीं था और उसके उर्स और उसके मेले की जो लोग बात करते हैं उन लोगों को उसका इतिहास पढ़ लेना चाहिए।
महाराजा सुहेलदेव की बारे में बात करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि मैंने दुनिया को बताया कि महाराजा सुहेलदेव कितने महान थे।राजभर ने कहा कि सांसद बर्क जहां गाजी मियां का मेला लगाने की बात कर रहे हैं,वहां महाराजा सुहेलदेव जी की याद में मेला लगना चाहिए। ये मामला ग्यारहवीं शताब्दी का है,महाराजा सुहेलदेव जी का जन्म 1009 में हुआ था,1027 में वो राजा बने। 10 जून 1034 में युद्ध में जब वो (गाजी) भागा तो महाराजा सुहेलदेव ने उसे नदी किनारे मारा। वहीं उसकी आज भी मजार बनी हुई है।
बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर ओपी राजभर ने कहा कि उन्हें अपनी कौम के पिछड़ेपन, अशिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।कांग्रेस,बसपा और सपा के पीछे ये लोग घूमते हैं। कभी उनको ये कहकर देख लें। राजभर ने कहा ऐसे मौलाना मोहम्मद साहब को बस जानते हैं,मानते नहीं हैं। अगर मानते तो ऐसी बात नहीं करते।अब्बास अंसारी की रिहाई पर राजभर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला है। सबको मानना चाहिए।