
–वशिष्ठ कुंज में दिखेगा लखनऊ वाला लुक।
-प्रथम चरण में 56.58 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है रोडमैप।
-सड़क, नाली, सीवर, वाटर लाइन डालने और बाउंड्री वाल का हो रहा निर्माण।
-योजना के अंतर्गत अब तक 2300 लोगों ने किया है आवेदन।
अयोध्या। भविष्य की अयोध्या में चार-चांद लगाने वाली बहुप्रतिष्ठित वशिष्ठ कुंज योजना को संवारने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है। पहले चरण के विकास का खाका खींचा जा चुका है। 56.58 करोड़ की लागत से सड़क इत्यादि का निर्माण शुरू करा दिया गया है। दावा है कि इसे लखनऊ की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इसके लिए अब तक 2300 के करीब लोगों ने आवेदन किया है। इस माह के अंत तक लॉटरी निकाली जा सकती है।
मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित की जाने वाली वशिष्ठ कुंज फेज-1 आवासीय योजना लखनऊ हाईवे पर स्थित है। अयोध्या के विकास में मील का पत्थर साबित होने वाली वशिष्ठ कुंज आवासीय योजना में आवेदन की तिथि समाप्त होने के बाद अब भूखंडों को तैयार करने के अलावा अन्य कार्यों को किया जा रहा है।
इसमें सड़क के अलावा नाली, सीवर, वाटर लाइन डालने के अलावा बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जा रहा है। फिरोजपुर उपरहार गांव के पास इस योजना के तहत प्लॉटिंग तेजी से हो रही है। यहां से श्री रामजन्मभूमि मन्दिर परिसर 20 किलोमीटर, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट 12 किलोमीटर व अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन भी 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। योगी सरकार ने ही महर्षि वशिष्ठ के नाम पर योजना का नामकरण किया था।
लखनऊ हाईवे पर बसाई जा रही यह कालोनी कुल 69 एकड़ के करीब बताई जा रही है। इसमें 600 भूखंड हैं। इसके लिए आवेदन किये जा चुके हैं। अब भूखंडों का आवंटन ही बाकी है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने बताया कि आवेदनों का परीक्षण कराया जा रहा है। संभावना है कि लॉटरी मार्च तक निकाल दी जाए। उसके बाद भूखंड मालिकों को रजिस्ट्री करानी होगी। फिर निर्माण कराया जा सकेगा। 9 दिसंबर 2024 से 22 जनवरी 2025 तक लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है। 1000 रुपये के आवेदन शुल्क के साथ प्राधिकरण की वेबसाइट आवेदन किया गया था।
वशिष्ठ कुंज आवासीय योजना के तहत 18, 24 व 30 मीटर चौड़ी सड़क का प्रावधान किया गया है। योजना में एसटीपी, विद्युत सब स्टेशन, पार्क, नियमित जलापूर्ति, अस्पताल, स्कूल, पुलिस चौकी, कम्यूनिटी सेंटर, कॉमर्शियल शॉपिंग कॉम्पलेक्स, होटल एवं ग्रुप हाउसिंग इत्यादि का प्रावधान भी किया गया है।
एमआईजी-3 में आये सर्वाधिक आवेदन
भूखंड श्रेणी- आवेदन
एचआईजी-1- 277
एचआईजी-2- 730
एमआईजी-1- 237
एमआईजी-2- 145
एमआईजी-3- 740
एलआईजी-1- 79
एलआईजी-2- 12
ईडब्ल्यूएस- 114