
•सृष्टि में त्रिगुणात्मक रूप में विद्यमान हैं भगवान चित्रगुप्त।
बस्ती। कायस्थ सेवा ट्रस्ट द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त जी के प्रकटोत्सव अवसर पर शनिवार को कायस्थ सेवा ट्रस्ट के संरक्षक अंकुर वर्मा , ट्रस्ट संथापक अजय कुमार श्रीवास्तव और जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार श्रीवास्तव के संयोजन में गाजे बाजे के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी।
पैदल यात्रा भगवान श्री चित्रगुप्त मंदिर गौरीदत्त धर्मशाला से पीली कोठी गांधी नगर होते हुये कम्पनी बाग से मालवीय रोड होते हुए चित्रगुप्त मंदिर पर यात्रा का समापन हुआ।

चित्रगुप्त मंदिर के अध्यक्ष सुरेन्द्र मोहन वर्मा,दिनेश श्रीवास्तव,उमेश श्रीवास्तव, राजेश चित्रगुप्त, अशोक श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, डा० सौरभ सिन्हा, मुकेश, अजय कुमार श्रीवास्तव आदि ने कहा कि युगपिता ब्रह्मा की काया से उत्पन्न होने के कारण इनका कुल ‘कायस्थ’ कहलाता है, और हर व्यक्ति के हृदय में स्थित होने के कारण इन्हें ‘चित्रगुप्त’ या ‘चित्रांश’ के नाम से जाना जाता है. त्रिदेवों के तेज से उत्पन्न श्री चित्रगुप्त में सत, रज और तम ये तीनों गुण त्रिगुणात्मक रूप में विद्यमान हैं। युगों-युगों से कलम के देवता के रूप में प्रख्यात चित्रगुप्त की उत्पत्ति कथा का विस्तारपूर्वक वर्णन पद्म पुराण के सृष्टि खंड में है।
शोभा यात्रा में मुख्य रूप से पूर्व विधायक दयाराम चौधरी, नवीन प्रदीप श्रीवास्तव, अरविन्द श्रीवास्तव ‘गोला’ प्रदीप श्रीवास्तव, गोप श्रीवास्तव , परमात्मा श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, दुर्गेश श्रीवास्तव, दुर्गेन्दर श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, सर्वेश श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव, नितेश श्रीवास्तव, मयंक श्रीवास्तव,राजेश श्रीवास्तव, शिवनंदन श्रीवास्तव, विनायक श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, बृजेश श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, जितेंद्र श्रीवास्तव, अश्वनी श्रीवास्तव ,सतेंद्र श्रीवास्तव,अंशुल आनन्द,डब्बू श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव ,आशीष श्रीवास्तव, मनमोहन श्रीवास्तव काजू ,आदर्श श्रीवास्तव, अविनाश श्रीवास्तव, रणदीप माथुर के साथ ही चित्रांश परिवार के साथ विभिन्न वर्गो के लोग उपस्थित रहे।