•पांच एजेंसियों ने पहले पखवारे की मात्र 507 एमटी धान खरीदारी
•स्टेट की चार व केंद्रीय पूल की एक एजेंसी कर रही धान खरीद
बस्ती। जिले में धान खरीद का पहला पखवारा निराशाजनक रहा है। अब तक 507.12 मीट्रिक टन ही धान की खरीददारी की जा सकी है। पिछले साल के मुकाबले धान खरीद की रफ़्तार धीमी है। पिछले साल के मुकाबले इस बार अब तक 1000 मीट्रिक टन धान खरीदा गया था। शासन ने इस साल 50 हजार मीट्रिक टन धान टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है। किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर समय से शुरू की गई धान की खरीद के पहले 15 दिनों के परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिखे हैं।
एक नवंबर से धान की खरीद शुरू की जानी थी मगर त्योहार की वजह से धान खरीद दो दिन देरी के बाद शुरू हुआ। जनपद में 15 दिनों के अंदर धान खरीद की रिपोर्ट के अनुसार खाद्य विभाग के 30 क्रय केंद्रों पर सबसे अधिक 106 किसानों ने 496.160 टन धान बेचा।वहीं, पीसीएफ और यूपीपीसीयू के आठ-आठ क्रेदों में कोई खरीदारी नहीं हो सकी। कृषि उत्पादन मंडी समिति के एक केंद्र से मात्र .480 टन की खरीदारी की है। केंद्रीय पूल की एजेंसी भारतीय खाद्य निगम के दो केंद्रों पर 10.480 टन की खरीदारी हो सकी है।
बता दें कि धान खरीद के लिए जिले में कुल 49 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस वर्ष सामान्य धान का एमएसपी 2300 रुपये व धान ग्रेड ए का 2320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
बाजार में दाम मिलने से क्रय केंद्र जाने कतराते हैं कास्तकार
सरकारी क्रय केंद्रों पर पखवारे बाद भी सन्नाटा छाया हुआ है। बाजार दाम अच्छा मिलने से किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर कम जा रहे हैं। घर बैठे ही अपनी उपज को बेंच ले रहे हैं। हालांकि अबकी बार प्रति कुंतल 2300 रुपये कामन तथा 2320 रुपये ग्रेड ए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जो पिछले साल से क्रमश: 80 तथा 100 रुपये ज्यादा है।
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