
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मण्डल रेल प्रबंधक नव्व आदित्य कुमार की अध्यक्षता में आज ‘राजभाषा कार्यान्वयन समिति’ की तिमाही बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक की शुरुआत में नवनियुक्त अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी सह अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) नव्व भुवनेश सिंह ने स्वागत संबोधन में कहा कि लखनऊ मंडल के कार्यक्षेत्र में अधिकांश कार्य नियमानुसार हिंदी या द्विभाषी रूप में निष्पादित किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी रेलकर्मियों से राजभाषा कार्यान्वयन समितियों की त्रैमासिक बैठकों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि सरकारी कामकाज में राजभाषा हिंदी का प्रयोग करना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है और सभी को गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए।इसके उपरांत बैठक में मंडल के कार्यालयों एवं स्टेशनों पर हो रहे हिंदी प्रयोग एवं उसकी प्रगति की समीक्षा की गई।
समीक्षा के बाद मण्डल रेल प्रबंधक नव्व आदित्य कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि लखनऊ मंडल राजभाषा के प्रयोग-प्रसार में निरंतर प्रगति कर रहा है। सरकारी कामकाज में हिंदी का अधिकतम प्रयोग सुनिश्चित करने के लिए सभी को जागरूक रहना होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि जनसंपर्क स्थलों और चेक प्वाइंटों पर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई सामग्री केवल अंग्रेजी में तो नहीं जारी हो रही है।
हाल ही में गृह मंत्रालय, राजभाषा कार्यालय (कार्यान्वयन), उत्तर क्षेत्र, गाजियाबाद के सहायक निदेशक (कार्यान्वयन) द्वारा मंडल का निरीक्षण किया गया, जिसमें उन्होंने मंडल में हिंदी के व्यापक उपयोग की सराहना की और आवश्यक सुझाव दिए।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीक्षा चौधरी ने ‘क्षय रोग के लक्षण एवं उनके निदान’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। राजभाषा अधिकारी सह मंडल वित्त प्रबंधक नव्व उमेश कुमार ने बैठक का संचालन करते हुए रेलवे बोर्ड की मानक कार्यसूची के अनुसार विभागवार रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अंत में सहायक मंडल कार्मिक अधिकारी/प्रथम नव्व सतीश कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर मंडल के सभी शाखा अधिकारी, अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।