
नई दिल्ली। रामनवमी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी ने कल तमिलनाडु के रामेश्वरम के पंबन में बने वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज का उद्घाटन किया। 2.07 किलोमीटर लंबा यह देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है। आधुनिक तकनीक से लैस यह नया पंबन ब्रिज समुद्र के ऊपर उठ सकता है।
पीएम मोदी ने 2019 में पंबन ब्रिज का शिलान्यास किया था, और 5 साल में यह समुद्र के ऊपर बनकर तैयार हो गया है। ये एशिया का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज मंडपम से रामेश्वरम तक बना है। इसके बनने में 535 करोड़ रुपये का खर्च आया है। पीएम मोदी ने 2019 में इसका शिलान्यास किया था।
2.07 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज कई मायनों में खास
इसमें 18.3 मीटर के 99 स्पैन और 72.5 मीटर का एक वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है। यह पुराने ब्रिज से 3 मीटर ऊंचा है, जिससे बड़े जहाज आसानी से गुजर सकेंगे।
इसमें एंटी-कोरोजन तकनीक, पॉलीसिलॉक्सेन पेंट, उन्नत स्टेनलेस स्टील और फाइबर रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक का उपयोग किया गया है, जिससे यह लंबे समय तक टिकाऊ रहेगा।
इस ब्रिज के निर्माण ने भारत की डिजाइन और सर्टिफिकेशन में तकनीकी श्रेष्ठता को साबित किया है।
नया पंबन पुल 100 वर्षों तक 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेन परिचालन के लिए सुरक्षित है। हालांकि, इस पुल पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से रेलगाड़ियां चलाई जा सकती हैं।
शिप के जाने के लिए बीच से खुल जाएगा और सिर्फ 5 मिनट में खोला जा सकेगा। 3 मिनट में बंद किया जा सकता है।
2.07 किलोमीटर लंबा, 72.2 मीटर चौड़ा ब्रिज 5 साल में बनकर हुआ तैयार। निर्माण की लागत 535 करोड़ रुपये है।