•जितेन्द्र रस्तोगी – एक समाजसेवी, संगठक और प्रेरणादायक नेता
✍️अभिनव अग्रवाल।
जनपद बरेली के निवासी जितेन्द्र रस्तोगी अपने गुणों और कर्मों से समाज में एक अलग पहचान बना चुके हैं। स्व. श्री शिव ओम रस्तोगी के पुत्र जितेन्द्र रस्तोगी ने अपने जीवन में आदर्श, मर्यादा और पुरुषोत्तम के सिद्धांतों को आत्मसात कर, समाज और संगठन के लिए समर्पित होकर कार्य किया है। उनके जीवन और कार्यों का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति नहीं, बल्कि राष्ट्र और समाज का समग्र विकास है।
गुण जो उन्हें सबके जितेन्द्र बनाते हैं
- धर्म और सत्यनिष्ठा –
जितेन्द्र रस्तोगी समाज में न्याय और धर्म की स्थापना के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहे। वे हमेशा सत्य का अनुसरण करते हैं और अपने वचनों का पालन करते हैं। - समर्पण और निष्ठा –
चाहे वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हो, भाजपा हो, या हो अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, उन्होंने अपने सभी दायित्वों को पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया है। - नेतृत्व और दूरदर्शिता –
जितेन्द्र रस्तोगी ने कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का नेतृत्व किया है। उनके द्वारा आयोजित शंकराचार्य निष्छलानंद सरस्वती जी महाराज के प्रवचन कार्यक्रम और वैश्य महासम्मेलन जैसे आयोजन उनकी नेतृत्व क्षमता का प्रमाण देते हैं। - सहृदयता और सेवा भाव –
वे समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्ग के प्रति करुणा और सेवा भाव रखते हैं। चाहे गरीब कन्याओं का विवाह सहयोग हो या कोरोना काल में सहायता कार्यक्रम, जितेन्द्र जी ने हमेशा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। - साहस और त्याग –
भगवान श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी और विभिन्न चुनावी दायित्वों का निर्वहन उनके साहस और त्याग का परिचायक है। - सामाजिक समरसता और संगठनात्मक कौशल
प्रतिवर्ष मकर संक्रांति पर खिचड़ी भोज का आयोजन, विभिन्न योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास, और गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनका समर्पण उनकी सामाजिक और संगठनात्मक शक्ति को दर्शाता है।
महान उपलब्धियां और सम्मान
जितेन्द्र रस्तोगी को उनके उत्कृष्ट सामाजिक योगदान के लिए उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन और प्रेस क्लब, बरेली द्वारा उत्कृष्ट नागरिक सम्मान (2021) से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त भी उन्हें कहीं सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
जीवन का उद्देश्य
जितेन्द्र जी का मानना है कि समाज और राष्ट्र की उन्नति तभी संभव है, जब हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को समझे और अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करे। उन्होंने जीवन भर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के साथ मिलकर समाज निर्माण के पावन लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प लिया है। सबके जितेन्द्र के रूप में जितेन्द्र रस्तोगी आज न केवल बरेली, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके विचार, कार्य और नेतृत्व भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक मार्गदर्शक हैं।