चंडीगढ़। हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल और उनके ड्राइवर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद रविवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। अदालत ने उपाध्यक्ष को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जबकि उसके निजी चालक को एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। उससे मामले से जुड़े सबूत जुटाए जाएंगे।
बता दें कि हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार को यह कार्रवाई की थी। जिसमें सोनिया अग्रवाल के साथ उनके ड्राइवर कुलबीर को भी गिरफ्तार किया गया था। इन पर आरोप था कि महिला आयोग उपाध्यक्ष ने लंबित शिकायत का निपटारा करने के बदले में रिश्वत मांगी थी। एक महिला सब इंस्पेक्टर ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी मामले का निपटारा करने के लिए सोनिया अग्रवाल ने रिश्वत की मांग की थी।
एसीबी की टीम ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। मामले की आगे जांच जारी है।
बता दें कि जींद(हरियाणा)के जुलाना निवासी जेबीटी शिक्षक अनिल ने एसीबी जींद को शिकायत दी थी कि उनका सब-इंस्पेक्टर पत्नी के साथ विवाद चल रहा है। उसकी पत्नी ने उनके खिलाफ महिला आयोग में शिकायत दी थी। जिसमें वह 12 दिसंबर को सोनीपत में महिला आयोग की उपाध्यक्ष के सामने सुनवाई को पहुंचे थे।विवाद को निपटाने के नाम पर सोनिया अग्रवाल के निजी चालक कुलबीर ने एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। शनिवार को उन्हें एक लाख रुपये देने के लिए हिसार के जिंदल पार्क के पास बुलाया गया था। जहां पर एसीबी जींद के डीएसपी कमलजीत सिंह की टीम ने कुलबीर को रिश्वत की राशि सहित रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था।