
महाकुंभ नगर: संगम से प्रयागराज तक जाम की बढ़ती समस्या जानलेवा साबित हो रही है। शनिवार को महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के रहने वाले नारायण प्रसाद तिवारी की पत्नी रेखा (60) की जाम के कारण समय से अस्पताल न पहुंचने से रास्ते में मौत हो गई। रेखा सुबह स्नान के लिए संगम पहुंची थीं। स्नान करने के पहले ही उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। आनन-फानन में उन्हें निजी गाड़ी लेकर परिजन शहर के लिए चले। लेकिन रामबाग के पास स्थित एक निजी अस्पताल तक पहुंचने से पहले ही उनकी सांस थम गयी।
परिजनों के अनुसार संगम से रामबाग तक पहंचुने में तीन घंटे से अधिक समय लग गया। मेला अस्पताल से उन्हें एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रवक्ता डॉ. संतोष सिंह के अनुसार, ट्रामा सेंटर पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने रेखा के शव को पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया। केंद्रीय अस्पताल में शनिवार को 67 वर्षीय घनश्याम कुमार को बेहोशी की स्थिति में भर्ती किया गया। आईसीयू में डॉ. सिद्धार्थ के निर्देशन में सीपीआर देकर उपकी जान बचाई गई।