पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर थाना क्षेत्र में दिसम्बर महीने में तीन खालिस्तानी आतंकियों को पंजाब पुलिस और पीलीभीत पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में मार गिराया था।आतंकियों के पास से दो एके−47 दो ग्लाक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे।आतंकियों से मुठभेड़ में शामिल पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस टीम के हथियार कब्जे में लिए गए हैं।आतंकियों से बरामद हथियारों के साथ मुठभेड़ टीम के भी असलहा परीक्षण को लैब भेजे जाएंगे। दो दिन में हथियार परीक्षण को भेजे जाने की आशंका जताई जा रही है। आतंकी और मुठभेड़ में शामिल पुलिस सहित कुल 15 हथियार शामिल हैं।
पंजाब के गुरदासपुर की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर हेड ग्रेनेड से हमला करने वाले एनकाउंटर में मारे गए थाना कलानौर क्षेत्र निवासी आतंकी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह और जसनप्रीत से दो एके 47, दो ग्लाक पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे।आतंकियों से मिले ग्लाक पिस्टल आस्ट्रिया (विदेश) निर्मित है।
बरामद हथियारों को परीक्षण के लिए लखनऊ और मुरादाबाद एसएफएल लैब भेजा जाना है। इसको लेकर कई दिनों से कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।आतंकियों से बरामद हथियार परीक्षण के लिए जाने हैं,लेकिन पुलिस मुठभेड़ में शामिल पंजाब और पीलीभीत पुलिस के भी हथियारों का परीक्षण होगा। मुठभेड़ टीम से भी बताया जा रहा है कि हथियार कब्जे में ले लिए गए हैं।
खालिस्तानी आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान पुलिस अधीक्षक सहित पूरनपुर कोतवाली, माधोटांडा थाना पुलिस, एसओजी सहित दस लोग टीम में शामिल थे।इसके अलावा पंजाब के तीन पुलिस कर्मी भी ऑपरेशन में शामिल थे।पंजाब पुलिसकर्मियों की दो एके 47, एक पिस्टल और मुठभेड़ में शामिल पीलीभीत पुलिसकर्मियों और मारे गए आतंकवादियों से बरामद 15 हथियार, कारतूस को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। दो से तीन दिन में हथियारों को परीक्षण के लिए भेजे जाने की प्रक्रिया हो सकती है।
बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने वाले आतंकी अमृतसर से पूरनपुर के लिए रवाना हुए थे। तीनों के पास मोबाइल थे,लेकिन जसनप्रीत और वीरेंद्र सिंह ने फोन स्विच ऑफ कर रखा था, लेकिन गुरविंदर सिंह का फोन ऑन था। मोबाइल खंगाले जाने पर अमृतसर से आतंकियों के रवाना होने की बात सामने आई है।आतंकी अमृतसर से दिल्ली और इसके बाद बरेली पहुंचे। बरेली में दो घंटे तक रूके। फिर पूरनपुर पहुंचे। बरेली में दो घंटे तक वह कहां रूके इसकी पड़ताल की जाएगी। पुलिस टीम को भेजकर जांच कराई जाएगी।
आतंकियों से मुठभेड़ के बाद उनके लोकल कनेक्शन तलाशने को खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हैं। बताया जा रहा है कि एनआईए भी कई दिनों से जानकारी जुटा रही है। नेपाल बार्डर से लेकर क्षेत्र में कई जगह संदिग्धों की जानकारी जुटाने की बात सामने आ रही है।